पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो बेटी को कोलकाता भेजकर सीए की पढाई करवा सके लेकिन बेटी को ये बात इतनी नागवार गुजरी की उसने जुर्म का रास्ता अपना लिया और खतरनाक प्लानिंग की. इस प्लानिंग में उसने अपने एक दोस्त की भी मदद ली. अपहरण, फिरौती और सच की ये कहानी बिहार की है.
खबर दानापुर से है जहां फुलवरिशरीफ की रहने वाली और कॉमर्स कॉलेज की छात्रा ने फिल्मी अंदाज में दोस्त के साथ मिलकर अपने झूठे अपहरण और फिरौती का खेल रचा लेकिन पुलिस ने समय रहते इस खेल को फेल कर दिया. फिल्मी स्टाइल में अपहरण और फिरौती का झूठा खेल का कुछ ऐसा ही मामला फुलवारिशरीफ थाना क्षेत्र से समाने आया है जिसका खुलासा फुलवारीशरीफ डीएसपी अभिजीत कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ मिलकर किया है.
डीएसपी ने बताया कि कोलकता में रहकर युवती सीए की पढ़ाई करना चाहती थी इसके लिए उसने खुद को अगवा करने की साजिश दोस्त के संग मिलकर रची. पुलिस इस केस में दो दिन हलकान रही अंततः पुलिस ने मोबाइल टावर लोकेशन की मदद से छात्रा को राजगीर के एक होटल से बरामद कर लिया और छात्रा के कपड़ा व्यवसायी पिता इस्फाक से उसकी बेटी के अपहरण के बाद फिरौती की मांग करने वाले शख्स जो कि छात्रा का दोस्त है मो. तौसिफ आलम को भी फुलवारीशरीफ के इशोपुर अधपा मोहल्ले से गिरफ्तार कर लिया है.